ज्ञानी का विलोम शब्द क्या होता है – Gyani Ka Vilom Shabd Kya Hoga

ज्ञानी का विलोम शब्द अज्ञानी होता हैं। ज्ञानी वह व्यक्ति होता है जो अपने ज्ञान, अनुभव और समझ के आधार पर अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करता है। ज्ञानी को बुद्धिमान, ज्ञानवान, समझदार और विचारशील माना जाता है।

gyani ka vilom shabd

ज्ञानी व्यक्ति अपने जीवन के हर क्षेत्र में विचारशील बनता है। वह न केवल अपने जीवन में सफल होता है, बल्कि अपने साथ लोगों को भी प्रेरित करता है। ज्ञानी को समाज में एक आदर्श व्यक्ति माना जाता है, जो दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है।

ज्ञानी का विलोम शब्द

प्रश्न: ज्ञानी का विलोम शब्द क्या होगा?

(अ) अज्ञानी

(ब) प्रबुद्ध

(स) ज्ञानवान

(द) जानकार

उत्तर: (अ) अज्ञानी

ज्ञानी का अर्थ क्या है?

ज्ञानी अपनी समझ के आधार पर निर्णय लेने में बुद्धिमान होता है और समय के साथ वह अपने ज्ञान को बढ़ाता है।

ज्ञानी शब्द का वाक्य में प्रयोग

  • आजकल ज्ञानी लोग सामाजिक मुद्दों पर जोर देते हुए देश की तरक्की में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
  • अपने विद्या के आधार पर, सुमित्रा ने एक उत्कृष्ट व्यवसाय शुरू किया है जो उसे एक ज्ञानी बनाता है।
  • राजेश ज्ञानी लोगों के लिए आयोजित एक भाषण में अपने अध्ययन और अनुभवों के बारे में बताते हुए सुन्दर भाषण दिया।
  • संदीप एक ज्ञानी होते हुए भी हमेशा नए ज्ञान प्राप्त करने के लिए उत्सुक होता है और सभी लोगों से सीखने की कोशिश करता है।

ज्ञानी का पर्यायवाची शब्द

ज्ञानी के कुछ पर्यायवाची शब्द हैं:

  • समझदार
  • दैवज्ञ
  • ब्रह्मज्ञानी
  • ज्ञानवान
  • आत्मज्ञानी
  • ऋषि
  • जानकार
  • ज्ञानवान
  • प्रबुद्ध

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न. ज्ञानी का अर्थ क्या है?

ज्ञानी एक ऐसा व्यक्ति होता है जो विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए अध्ययन और अनुभव करता है।

प्रश्न. ज्ञानी बनने के लिए क्या करना पड़ता है?

ज्ञानी बनने के लिए अध्ययन, अनुभव, तथ्यों का गहन अध्ययन, विचार और अनुसंधान करने की आदत और स्वस्थ जीवन जीने का ध्यान रखना जरूरी होता है।

प्रश्न. ज्ञानी और विद्वान में क्या अंतर होता है?

ज्ञानी एक ऐसा व्यक्ति होता है जो अपने जीवन में अध्ययन और अनुभव करता है और विषय में विशेषज्ञता प्राप्त करता है। विद्वान एक विषय के संबंध में स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय आदि में अध्ययन कर उसमें अधिक से अधिक ज्ञान प्राप्त करता है। विद्वान अक्सर अपने अध्ययन के आधार पर अपनी रचनात्मक योग्यता दिखाते हैं, जबकि ज्ञानी विभिन्न विषयों में अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करता है।

Leave a Comment