कृपण का विलोम शब्द दाता होता हैं। “कृपण” शब्द एक ऐसे व्यक्ति को चरितार्थ करता है जो पैसा खर्च करने या चीजों को बाँटने से कतराता है।
दूसरे शब्दों में कृपण को हम कंजूस भी कह सकते है। एक कंजूस व्यक्ति को अक्सर अत्यधिक मितव्ययी या तंग मुट्ठी माना जाता है, जो अपने पैसों या किसी अन्य साधन को खर्च करने में इच्छा नहीं दिखाता है।
कृपण का विलोम शब्द क्या है
प्रश्न: कृपण का विलोम शब्द क्या होगा?
(अ) सूम
(ब) दाता
(स) अतिस्पर्श
(द) संचयी
उत्तर: (ब) दाता
कृपण मीनिंग इन हिंदी
“कृपण” शब्द का अर्थ कंजूस या सूम होता है जो अत्यंत मितव्ययी प्रकृति का व्यक्ति होता है।
कृपण का वाक्य प्रयोग
- वह कृपणता के कारण अपनी मित्रता को खो देगा।
- वह खाने में कृपण है और कभी भी बहुत खर्च नहीं करता।
- मेरा भाई कृपण है और वह हमेशा सस्ते कपड़े ही खरीदता है।
- उसकी कृपणता की वजह से उसकी दोस्ती टूट गई।
कृपण ka paryayvachi shabd
कृपण के कुछ पर्यायवाची शब्द हैं:
- कंजूस
- मक्खीचूस
- टंच
- सूम
- अतिस्पर्श
- संचयी
- ख़सीस
सारांश
हिंदी में “कृपण” शब्द कंजूस होने या कंजूस होने के नकारात्मक गुण को दर्शाता है। यह किसी व्यक्ति की संसाधनों को खर्च करने या साझा करने की अनिच्छा, दूसरों के प्रति उदारता और सहानुभूति की कमी को दर्शाता है।