संध्या का विलोम शब्द उषा होता हैं। संध्या यानि वो समय जब सूर्य अस्त होने की और अग्रसर होता है। ये वो समय होता है जब रात होने ही वाली होती है।
संध्या एक सुंदर और आध्यात्मिक समय होता है जब सूर्यास्त के समय दिन की अंतिम किरणें धरती पर पड़ती हैं। यह दिनभर के भारी भरकम काम के बाद विश्राम का समय होता है। इस समय में सभी प्राणी चाहे वो इंसान हो जानवर या पक्षी सब अपने घरों को लौट आते है।
संध्या का विलोम शब्द क्या है
प्रश्न: संध्या का विलोम शब्द क्या होता है?
(अ) उषा
(ब) सायंकाल
(स) शाम
(द) साँझ
उत्तर: (अ) उषा
संध्या शब्द का क्या अर्थ है
संध्या का अर्थ होता है “सायंकाल” या “शाम“। यह एक समय अवधि है जो सूर्यास्त होने के बाद और रात के आने से पहले होती है।
संध्या शब्द का वाक्य में प्रयोग
- संध्या के समय मेरी माता जी पूजा आरती करती हैं।
- मुझे संध्या के समाय भ्रमण की आदत है।
- जब संध्या के वक्त पक्षी चिरबिली गाने की आवाज़ सुनाते हैं तो मन प्रसन्न हो जाता है।
- हमारे मंदिर में संध्या आरती के समय लोग एकजुट होते हैं और भगवान की स्तुति करते हैं।
- संध्या के वक्त प्रकृति का सौंदर्य अपार होता है, जब आकाश सुन्दर रंगों में रंग जाता है।
संध्या का paryayvachi shabd
संध्या के कुछ पर्यायवाची शब्द हैं:
- सायंकाल
- शाम
- साँझ
- सूर्यास्त
- निशारंभ
- दिनावसान
- दिनांत
सारांश
संध्या समय अद्वितीय सुंदरता का एक प्रतीक है जो हमें प्रकृति की असीम सुंदरता का आभास करवाता है। संध्या के समय जब हम सूरज की और देखते है तो मन एकदम शांत हो जाता है और हम एक नए सवेरे की कामना करते है।